एक घड़ी आधी घड़ी, आधी में पुनि आध। तुलसी संगत साधु की, कटे कोटि अपराध॥ -गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज भजन श्री हनुमान चालीसा “श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।बरनऊं रघुबर बिमल...आगे पढ़े पाठ श्रीराम की वापसी: क्यों मनाते हैं दीपावली? : रामराज्य की वापसी: श्रीराम के वनवास से अयोध्या लौटने...आगे पढ़े कथा कथा: श्रीराम का आदर्श जीवन और अंतिम वियोग प्रस्तावना: त्रेता युग में भगवान विष्णु ने राक्षसों के संहार...आगे पढ़े
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